कार्यशालाएँ एवं प्रशिक्षण
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 यह घोषणा करती है कि एक शिक्षक शिक्षा में सभी मूलभूत सुधारों के केंद्र में है। एक शिक्षक अनिवार्य रूप से परिवर्तन के एजेंट के रूप में किसी भी सीखने की प्रक्रिया के केंद्र में होता है और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वर्तमान गतिशील माहौल में जहां हम सूचना उछाल और मीडिया एक्सपोजर के मामले में तेजी से बदलाव का सामना कर रहे हैं, शिक्षकों के लिए यूनेस्को द्वारा सतत विकास लक्ष्यों के तहत सुझाए गए 21वीं सदी के कौशल और प्रमुख दक्षताओं को विकसित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उक्त उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए, एनईपी 2020 शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और शिक्षक-शिक्षकों के लिए 50 घंटे के सतत व्यावसायिक विकास (सीपीडी) की सिफारिश करता है, जिसका उद्देश्य नवीनतम शिक्षाशास्त्र का इष्टतम उपयोग करना है और ऑफ़लाइन या ऑनलाइन गतिविधियों/प्रशिक्षणों को चुनने की स्वायत्तता प्रदान करता है। ‘कैफेटेरिया दृष्टिकोण’ पर उनकी आवश्यकताओं के अनुसार।
इस कार्यक्रम के एक भाग के रूप में, सभी स्टाफ सदस्य अपने स्वयं के व्यावसायिक विकास के लिए, अपने स्वयं के हितों से प्रेरित होकर, हर साल केवीएस, एनसीईआरटी, सीबीएसई द्वारा आयोजित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं। साथ ही, केवीएस (मुख्यालय) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार विविध विषयों पर इन-हाउस प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।